Skip to content

Kabhi Kabhi Lyrics – AUR | Ahad Khan, Usama Ali

    Presenting the “Kabhi Kabhi Lyrics” a captivating Hindi song sung by Ahad Khan, and Usama Ali. Ahad Khan, Usama Ali, and Raffey Anwar write the lyrics of this song, and the music for “Kabhi Kabhi” is composed by Raffey Anwar. Let’s explore the lyrics of this song:

    Song Credits

    📌 TitleKabhi Kabhi
    🎤 Singer(s)Ahad Khan, Usama Ali
    ✍🏻 Songwriter(s)Ahad Khan, Usama Ali, Raffey Anwar
    🎶Music Composer(s)Raffey Anwar
    🏷️LabelAUR

    Kabhi Kabhi Lyrics – AUR | Ahad Khan, Usama Ali

    Koi Lafz Hi Nahi Is Dunia Me
    Kar De Jo Ye Bayaan
    Tu Kya Hai Mere Liye

    Maine Mangta Thha Rabb Say
    Bas Ekk Hi Sitara
    Badle Me DeDiya Mujko
    Taaron Se Bhara Usne Asmaan Yeh Saara

    O Sajna Main Tera Tu Meri Ho Gayi A
    Ho Gayi Aan Ho Gayi Aan
    O Sajna Main Tera Tu Meri Ho Gayiya
    Ho Gayi Aan Ho Gayi Aan

    Mhari Koyal Baithi Todh Le
    Mehndi Na Rang Layi
    Pardesh Udi Jaye Re

    JoNe Koyal Baethhi Todh Le
    Mehndi Na Rang Layi
    Pardesh Oodi Jaye Ray

    Ho Janu Na Janu Tujhe Ke Hai Maanu
    Mara Dil Na Daryanu Chhhe Kinaru Tu
    Tari Wali Avato Mavite Mari Rato
    Mara Geeto No Anhad Saharo Chhe Tu

    Teru Aur Main Chaloon
    Teru Aur Main Chaloon
    Tere Sang Main Rahoon
    Tere Sang Main Rahoon

    Chahe Badle Ye Dunia Badle Zamana
    Sath Yhe Nibhana

    O Sajna Main Tera Tu Meri Ho Gayi Aan
    Ho Gayi Aa Ho Gayi Aa
    O Sajna Tu Mera Mai Teri Ho Gayiya
    Ho Gayi Aan Ho Gayi Aan

    O Doli Leke Main Aya Sajjna
    Mehndi Kay Rang Mein Tere Rang Jaun Re
    Doli Leke Main Aaya Sajna
    Mehndi Ke Rang Mein Tere Rang Jaun Re

    कभी कभी तू मुझको टूटे ख्वाब सा लगे,
    कभी पढ़ी नहीं हो वो किताब सा लगे।

    भले मेरी ये ज़िंदगी हो जितनी भी बुरी,
    जो तुझको देख लूं तो फिर मुझे खराब न लगे।

    कभी भी तू मुझको टूटे ख्वाब सा लगे,
    कभी पढ़ी नहीं हो वो किताब सा लगे।

    भले मेरी ये ज़िंदगी हो जितनी भी बुरी,
    जो तुझको देख लूं, तो फिर मुझे खराब न लगे।

    इस ज़िंदगी में चाह लिया है इस कदर तुम्हें,
    मैं साथ हूं तो फिर भला है किस का डर तुम्हें।

    अगर कभी मैं उतर जाऊं दिल से भी तेरे,
    तो किसी गैर से बेहतर है कि तुम कह देना मुझे।

    मैं भूल जाऊंगा, याद भी न आऊंगा,
    रोऊं तेरे लिए, पर तुझे हंसाऊंगा।

    धूप तेरे पे लगे तो छांव मैं हो जाऊंगा,
    जो उठाने कांच हो तो हाथ मैं हो जाऊंगा।

    साथ भी न छोड़ूंगा, पास भी न आऊंगा,
    हर सफर में मैं तेरा हमसफर हो जाऊंगा।

    तुम तो फिर तुम हो ना,
    तुम आओ या न आओ मैं भी मैं हूं फिर,
    मैं तुम्हें बुलाऊंगा।

    तुम देख लो इधर मुझको बेसहारा न करो,
    मुझको कह दो डूब जाओ पर किनारा न करो।

    है पता तुम्हें तेरे बिन अब गुज़ारा नहीं है,
    तो जीने की कसम यूं दे के मुझको मारा न करो।

    और अब तो मुस्कुराओ गुस्सा छोड़ दो,
    तोड़ दो ये ज़िद की डोर को,
    कस के थाम लो ये हाथ चल दो अब साहिल की ओर को।

    तेरी आंखों में समंदर तो नहीं,
    पर तुमसे बेहतर कोई मंज़र भी नहीं।

    ढूंढो साथ देखो फिर से खो गया,
    मेरा दिल अब तेरे अंदर तो नहीं।

    ये सांसें मेरी हैं या तेरी हैं बता,
    अगर ये मेरी हैं तो ये रुकती क्यों नहीं।

    मैं तेरे इतना पास आना चाहता हूं,
    कि जितनी पास तेरे तू भी खुद नहीं।

    दिल की इल्तिजा हो तुम, भीगी सी हवा हो तुम,
    कहकशाओं से भी आगे का एक जहां हो तुम।

    मैं जो मुस्कुराता हूं उसकी हर वजह हो तुम,
    आ ही न सकेगा कोई बिलकुल उस जगह हो तुम।

    तुम्हें क्या लगता, क्या सब तुमको ही पता है,
    मैं जानता हूं मेरा चांद क्यों खफा है।

    है मुझको इल्म सब, तुम मुझसे क्यों छुपाते हो,
    मेरा न होना तेरे गुस्से की वजह है।

    मैं सोचता हूं अक्सर ऐसा होता होगा,
    कि चांद छुप के बादलों में रोता होगा।

    वो भी तो अकेला है ना इस जहां में,
    या उसकी चांदनी में कोई मुझ सा होगा।

    कभी छुपा दिखे ख्यालों में मेरे,
    कभी तू दूर है सवालों से मेरे।

    मैं तुझको भूल जाऊं कैसे,
    कि चाहूं पूरे दिल से।

    कि मर के भी खत्म न होंगे सिलसिले कभी।

    Kabhi Kabhi music video